Not known Details About dil ka dard shayari in hindi
मैं अपनी दोस्ती को शहर में रुसवा नहीं करता,फासले ही बढ़ाये हैं लोगों ने… हौसला किसी ने नही बढ़ाया
मैं बस खुद को अपना मानता हूं, क्योंकि दुनिया कैसी है, अच्छे से जानता हूं…
मैं संस्कृत का अर्थात हूं गणित का सूत्र नहीं।
मेरे फोन की बैटरी भी तुझसे ज्यादा हॉट है।
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
जब कमिनों की बारी आएगी तो बादशाह हम होंगे।
दुनियादारी की चादर ओढ़ी है पर जिस दिन दिमाग सटका ना,
चुप रहना ताक़त हैं मेरी कमज़ोरी नहीं, अकेले रहना आदत हैं मेरी मजबूरी नहीं…
हर किसी के हाथ मैं बिक जाने more info को तैयार नहीं,
जो सिर्फ़ उन्हें अंधेरे में ही दिखाई देती है।
तू उम्मीद है मेरी तेरी हर चीज अच्छी लगती है।
तुमसे प्यार ही इतनी शिद्दत से करते हैं।।
क्यूंकि दबे ने जब तक घोड़ा, तब तक बन्दूक भी खिलौना ही होता है !!